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Monday, July 18, 2011

देश के असम्मानित नेता

ठग सम्राट दिग्विजय सिँह हमारे देश के सबसे असम्मानित नेता है वो श्री अफज़ल गुरु के दामाद है और अजमल आमिर कसाब उनका दामाद है . उनके पिताजी का नाम स्वर्गीय श्री ओसामा बिन लादेन "जी" था. जो अमेरिकी कार्रवाई में मारे गए . दिग्विजय सिंह उन की नौ सौ निन्यान्बेवीँ रखैल की औलाद है और वो भारत गणतंत्र में निवास कर इसे नष्ट और बर्बाद करने की पूरी कोशिश कर रहे है . अमाननीय दिग्विजय सिंह का मायका लश्कर-ए-तैय्यबा पाकिस्तान है और उन का ससुराल इंडियन मुजाहिद्दीन के निवास स्थान आज़मगढ़ में है . वो श्रीमती सोनिया गांधी जी के मामूली से धोबी है और राहुल गाँधी और प्रियंका गांधी की चड्ढी बनियान आदि धोने और दरवाजे पर झाडू लगाने का काम करते है . दिग्विजय सिंह जी कभी कभार संघ परिवार के विषय में उलूल जुलूल वक्तव्य भी दे देते है क्योंकि संघ परिवार ने उनकी हिन्दू माँ को ओसामा के रखैलखाने से आज़ाद कर दिया था और उनकी बहन को अल ज़वाहिरी के हरम से बचा कर भारत ले आये थे . सोनिया गाँधी ने उनको पनाह दी और कुत्तों के साथ साथ उनके रहने का भी इंतज़ाम कर दिया . इस असम्मानित नेता के विषय में आप कृपया भद्र शब्दों का प्रयोग न करे। पूरी सच्चाई आपके सामने रख दी है कृपया उसे समझ लेँ।

जन्मदिन मुबारक हो

सुबह 10 बजे
त्रिंग...त्रिंग......... त्रिंग...त्रिंग...
कसाब : हैलो ?
डिग्गी : जन्म दिन मुबारक अजमल जी
कसाब : आप कौन जी ?
डिग्गी : अरे कौन होगा जो तुम्हें जेल मे रहते फोन करेगा ?
कसाब: अरे आप सर कैसे हो?
डिग्गी: आपको गिफ्ट मिलेगा थोड़ी देर मे
कसाब :ठीक है पर मैं आपको बड़ा गिफ्ट देने वाला हूँ शाम तक सूचना मिल जाएगी, आपका राजनैतिक कैरिअर ऊंचा होने वाला है सर
डिग्गी: ऐसा क्या गिफ्ट है
कसाब: बस शाम का इंतजार करो ..... आप खुशी के मारे झूम उठोगे..... इसके बाद आपके मुंह पर एक बार फिर सिर्फ आरएसएस....आरएसएस.... होगा
डिग्गी: ऐसा क्या ? . . . . . . . ठीक है . . . . थैँक्यू . . . . . . . . अपनी तबीयत का ख्याल रखना और मुझ पर अपनी दया दृष्टि बनाए रखना

Sunday, July 17, 2011

आज का सुपरहिट गाना

"इस पिग्विजय को देखा तो ऐसा लगा
जैसे जयचंद की औलाद
जैसे गोबर की खाद
जैसे नाली मैं पड़ा हो अण्डा सड़ा
जैसे मस्जिद के बाहर हो सूकर खड़ा
जैसे कसाब का वकील
जैसे काँग्रेस के ताबूत की हो आख़िरी कील"

पिग्विजय सिँह का प्रेस काँफ्रेस

पत्रकार-जब बुद्धि बंट रही थी तब आप कहां थे?
पिग्विजय-मैं उस वक्त राहुल बाबा को ढूंढने गया था . . वो लाइन तोड़कर पता नहीं कहीं चले गए थे! . . .

Wednesday, July 13, 2011

sms4su सुधाँशु चौरसिया आर्य: जल्द ही पिग्विजय सिँह के मीडिया में आने वाले बयान

sms4su सुधाँशु चौरसिया आर्य: जल्द ही पिग्विजय सिँह के मीडिया में आने वाले बयान: "जल्द ही पिग्विजय सिँह के मीडिया में आने वाले बयान, 1. लश्करे तैय्यबा निर्दोष है। 2. सिमी निर्दोष है। 3. इंडियन मुजाहिदीन निर्दोष है। 4. ..."

sms4su सुधाँशु चौरसिया आर्य: जल्द ही पिग्विजय सिँह के मीडिया में आने वाले बयान

sms4su सुधाँशु चौरसिया आर्य: जल्द ही पिग्विजय सिँह के मीडिया में आने वाले बयान: "जल्द ही पिग्विजय सिँह के मीडिया में आने वाले बयान, 1. लश्करे तैय्यबा निर्दोष है। 2. सिमी निर्दोष है। 3. इंडियन मुजाहिदीन निर्दोष है। 4. ..."

sms4su सुधाँशु चौरसिया आर्य: जल्द ही पिग्विजय सिँह के मीडिया में आने वाले बयान

sms4su सुधाँशु चौरसिया आर्य: जल्द ही पिग्विजय सिँह के मीडिया में आने वाले बयान: "जल्द ही पिग्विजय सिँह के मीडिया में आने वाले बयान, 1. लश्करे तैय्यबा निर्दोष है। 2. सिमी निर्दोष है। 3. इंडियन मुजाहिदीन निर्दोष है। 4. ..."

जल्द ही पिग्विजय सिँह के मीडिया में आने वाले बयान

जल्द ही पिग्विजय सिँह के मीडिया में आने वाले बयान,
1. लश्करे तैय्यबा निर्दोष है। 2. सिमी निर्दोष है।
3. इंडियन मुजाहिदीन निर्दोष है।
4. मुम्बई मेँ26/11 की घटना आरएसएस द्वारा करायी गयी थी।
5. राहुल गॉधी देवतुल्य हैं।
6 .कसाब निर्दोष है।
7. दाऊद निर्दोष है।
8. भारत सरकार को यूएन में अलकायदा का सहयोग करना चाहिये।
9. कालाधन और भ्रष्टाचार ​को रोकने की बात करनेवाले को जेल भेजने का कानून बनना चाहिये।

Saturday, July 9, 2011

शायरी

किसी की आँखों मे मोहब्बत का सितारा होगा
एक दिन आएगा कि कोई शक्स हमारा होगा
कोई जहाँ मेरे लिए मोती भरी सीपियाँ चुनता होगा
वो किसी और दुनिया का किनारा होगा
काम मुश्किल है मगर जीत ही लूगाँ किसी दिल को
मेरे खुदा का अगर ज़रा भी सहारा होगा
किसी के होने पर मेरी साँसे चलेगीं
कोई तो होगा जिसके बिना ना मेरा गुज़ारा होगा
देखो ये अचानक ऊजाला हो चला,
दिल कहता है कि शायद किसी ने धीमे से मेरा नाम पुकारा होगा
और यहाँ देखो पानी मे चलता एक अन्जान साया,
शायद किसी ने दूसरे किनारे पर अपना पैर उतारा होगा
कौन रो रहा है रात के सन्नाटे मे
शायद मेरे जैसा तन्हाई का कोई मारा होगा
अब तो बस उसी किसी एक का इन्तज़ार है,
किसी और का ख्याल ना दिल को ग़वारा होगा
ऐ ज़िन्दगी! अब के ना शामिल करना मेरा नाम
ग़र ये खेल ही दोबारा होगा

लिख के मिटा देती हूँ

अपने जज्बात को,
नाहक ही सजा देती हूँ...
होते ही शाम,
चिरागों को बुझा देती हूँ...
जब राहत का,
मिलता ना बहाना कोई...
लिखती हूँ हथेली पे नाम तेरा,
लिख के मिटा देती हूँ......................

मेरे दोस्त की ज़िन्दगी में कोई गम न हो

सबकी ज़िन्दगी में खुशिया देने वाले,
मेरे दोस्त की ज़िन्दगी में कोई गम न हो.
उसको मुझसे भी अच्छे  दोस्त मिले,
जब इस दुनिया में हम न हो.

खुदा कसम शायरी ख़तम

ज़िन्दगी ने दिए बहुत से सितम
वाह!
ज़िन्दगी ने दिए बहुत से सितम
वाह!
खुदा कसम शायरी ख़तम
वाह वाह!

होश में हूँ

पत्नी: जब आप देशी दारू पीते हो मुझे पारो कहते हो, जब आप विदेशी पीते हो तो मुझे डार्लिंग कहते हो आज क्या पिया है जो मुझे चुडैल कह रहे हो |
पति: आज मैंने कुछ नहीं पीया है, होश में हूँ |

Thursday, July 7, 2011

इश्क और मोबाइल

न इश्क कर मेरे यार
ये लड़कियाँ बहुत सताती हैं
न करना इन पर ऐतबार
यह खर्चा बहुत करवाती हैं
रिचार्ज तुम करवा के देते हो
और नंबर मेरा लगाती हैं!

एक ड्राईवर की सीट के पीछे लिखा था

एक ड्राईवर की सीट के पीछे लिखा था -
“अगर खुदा ने चाहा तो मंजिल तक पहुंचा दूंगा,
अगर नजर चूकी तो माँ कसम, खुदा से ही मिला दूंगा … !

शाहजहाँ का पोता

ताजमहल देखकर बोला शाहजहाँ का पोता
ताजमहल देखकर बोला शाहजहाँ का पोता
अपना भी होता बैंक बैलेंस
अगर दादा आशिक ना होता!

शायरी

“हँसती थी हँसाती थी
दिल को बहुत भाती थी
देख-देख शरमाती थी
फिर अंदर से मुस्कुराती थी
आज पता चला कि
वो तो एक पागल थी!

ब्रांडी पीला दो

एक आदमी सड़क पर बेहोश हो गया. उसके इर्द-गिर्द भीड़ जमा हो गई. हर कोई उसे होश में लाने के लिए सलाहें देने लगा.
“बेचारे को थोड़ी ब्रांडी दो.” एक बुढिया बोली.
“इसके मुंह पर पानी के छींटे मारो.” कोई बोला.
“इसे ब्रांडी दो.” बुढिया ने दोहराया.
“इसे पंखा झलो.” कोई बोला.
“इसे ब्रांडी दो.” बुढिया फिर बोली.
“इसे अस्पताल ले जाओ.” किसी ने कहा.
“इसे ब्रांडी दो.”
“इसे … “
तभी बेहोश पड़ा आदमी उठकर बैठ गया और जोर से चिल्लाया – “आप सबलोग अपनी बकवास बंद कीजिये और उस बेचारी बुढिया की बात सुनिए.”

शराब से बड़ा दोस्त कोई नहीं

एक शराबी की पीने की लत से तंग आकर उसकी पत्नी ने उसे तलाक दे दिया और बच्चों को लेकर मायके चली गई. बॉस ने भी नौकरी से निकाल दिया.
हैरान-परेशान वह अपने घर में अकेला बैठा था कि तभी उसकी नज़र अलमारी में लगी शराब की बोतलों पर पड़ गई. गुस्से में वह उठा और एक खाली बोतल उठाकर दीवार में दे मारी – “कमबख्त, तेरी वजह से मेरी बीवी मुझे छोड़कर चली गई.”
फिर उसने दूसरी बोतल उठाई और उसे भी तोड़ दिया – “हरामजादी, तेरी वजह से मेरे बच्चे मुझसे दूर हो गए.”
तीसरी बोतल का भी यही हश्र किया और चिल्लाया – “तेरी वजह से मेरी नौकरी चली गई.”
जैसे ही उसने चौथी बोतल उठाई, तो वह भरी हुई थी, उसे संभालकर दूसरी अलमारी में रखते हुए बोला – “मेरे दोस्त, तुम ज़रा एक तरफ हो जाओ, मुझे मालूम है इस सब में तुम्हारा कोई हाथ नहीं है.

बड़ा चैलेंज

संता – सबसे बड़ा चैलेंज क्या है?
बंता – परीक्षा की कॉपी में कुछ न लिखना और अंत में लिख देना कि मां का दूध पिया है तो पास करके दिखा.

शायरी

मोहब्बत मुझे थी उसी से सनम!
यादों में उसकी यह दिल तड़पता रहा!
मौत भी मेरी चाहत को रोक न सकी!
कब्र में भी यह दिल धड़कता रहा!

शायरी

कोई वादा नहीं फिर भी तेरा इंतज़ार है!
जुदाई के बाद भी तुम से प्यार है!
तेरे चेहरे की उदासी बता रही है!
मुझसे मिलने के लिये तू भी बेकरार है!

शायरी

हर वक़्त तेरे आने की आस रहती है!
हर पल तुझसे मिलने की प्यास रहती है!
सब कुछ है यहाँ बस तू नही!
इसलिए शायद ये जिंदगी उदास रहती है!

शायरी

प्यार की दास्तां जब भी वक्त दोहरायेगा!
हमे भी एक शख्स बहुत याद आयेगा!
जब उसके साथ बिताये लम्हें याद आयेंगे!
आँखें नम हो जायेगी, दिल आंसू बहायेगा!

शायरी

निकल जाते हैं तब आंसू जब उनकी याद आती है!
जमाना मुस्कुराता है मुहब्बत रूठ जाती है

Wednesday, July 6, 2011

शायरी

अब तो यह भी नहीं नाम तो ले लेते हैं!
दामन अश्कों से भिगो लेते हैं!
अब तेरा नाम लेके रोते भी नहीं!
सुनते हैं तेरा नाम तो रो लेते हैं!

शायरी

गर्दिश में सितारे होतें हैं!
सब दूर किनारे होतें हैं!
यूँ देख के यादों की लहरें!
हम बैठ किनारे रोते हैं!

शायरी

बनके आंसूं आँख से हम बह सकते नहीं!
दिल में उनके है जगह, पर हम ही रह सकते नहीं!
दुनिया भरके हमसे शिकवे, लाख हमसे हैं गिले!
अपने दिल की बात हाये हम ही कह सकते नहीं

शायरी

बहुत अँधेरा है कमरे में रौशनी कर दो ,
उतार दो यह पैराहन, चांदनी कर दो .
चली भी आओ मैं जकड़ूँगा तुम को बाँहों से ,
मैं पीना चाहता हूँ आज बस निगाहों से .
दिखा के अपना हुस्न मेरे होश गुम कर दो ,
कि आज प्यार की पहली पहल भी तुमकर दो .
चले भी आओ तड़प के हमारी बाँहों में ,
कि अपनी सांस मिला दो हमारी सांसों में .
मेरे जलते हुए होठों पे अपने लब रख दो ,
उतार दो ये कपडे पलंग पे सब रख दो .
मैं अपने लबों को रख दूँ तेरे रुखसारों पे ,
और अपने हाथ फिराऊँ तेरे उभारों पे .
तुझे सर से पाँव तक मैं चूमता ही रहूँ ,
तेरे कंधे , तेरी छाती को चूसता ही रहूँ .
मैं चाहता हूँ छेड़ना तेरे तेरे अंगारों को ,
दबा के चूस के पी लूँगा इन उभारों को .
तेरा वोह अंग जो दुनिया में सब से प्यारा है ,
मैं उसे जीभ से चाटूं तेरा इशारा है .
फिरा के हाथ बदन पे मैं सज़ा दूँ तुझको ,
फिर अपनी जीभ से ज़न्नत का मज़ा दूँ तुझको .
मेरे लिए भी तो यह काम एक बार करो ,
मुंह में ले के चूसो इसे और प्यार करो .
फिर आओ इसके बाद एक हो जाएँ हम तुम ,
मुझे अपने बदन में पूरा समा लेना तुम .
और इस खेल में आखिर में वो मुकाम आये ,
मेरे बदन में जो भी कुछ है तेरे काम आये .
चले आओ मेरी खुशियों को सौ गुणी कर दो ,
बहुत अँधेरा है कमरे में रौशनीकर दो .

Tuesday, July 5, 2011

शायरी

आपके आने से ज़िन्दगी कितनी खूबसूरत है!
दिल में बसाई है जो वो आपकी ही सूरत है!
दूर जाना नहीं हमसे कभी भूलकर भी!
हमे हर कदम पर आपकी ज़रूरत है!

शायरी

ख़ुशी से दिल को आबाद करना,
और गम को दिल से आजाद करना,
हमारी बस इतनी गुजारिश है कि हमे भी,
दिन में एक बार याद करना!

शायरी

तेरी आँखों में हमे जाने क्या नज़र आया!
तेरी यादों का दिल पर सरुर है छाया!
अब हमने चाँद को देखना छोड़ दिया!
और तेरी तस्वीर को दिल में छुपालिया!

शायरी

अगर तुम न होते तो ग़ज़ल कौन कहता!
तुम्हारे चहरे को कमल कौन कहता!
यह तो करिश्मा है मोहब्बत का!
वरना पत्थर को ताज महल कौन कहता!

शायरी

प्यार तो ज़िन्दगी का अफसाना है!
इसका अपना ही एक तराना है!
पता है सबको मिलेंगे सिर्फ आंसू!
पर न जाने दुनिया में हर कोई क्यों इसका दीवाना है!

शायरी

सारी उम्र अधुरा रहा मैं, जब सांस रुकी लोग कहते पूरा हो गया!

शायरी

कितना बेबस है इंसान, किस्मत केआगे!
हर सपना टूट जाता है हकीकत के आगे!
जिसने कभी हाथ न फेलाया हो,
वो भी हाथ फेलता है गोलगप्पे वाले` के आगे!

Monday, July 4, 2011

मज़ेदार चुटकुले

टीचर: अगर इरादा पक्का हो तो जो हासिल करना चाहो वो ज़रूर मिलता है!
पप्पू: रहने दो मिस, और अगर ऐसा होता तो आप मेरी मिस नहीं मिसिज़ होती!

मज़ेदार चुटकुले

पप्पू दोस्तों के साथ शादी में खाना खाने गया! अंदर जाकर सलाद देखकर बाहर आ गया और बोला: अरे अभी तो सब्जी ही नहीं बनी है

मज़ेदार चुटकुले

पप्पू: हमारे टौमी ने मेरी सारी किताब खा ली!
संता: उसको मेरे पास लेकर आओ, मैं उसे सजा दूंगा!
पप्पू: सजा तो मैंने उसको दे दी, उसकी कटोरी वाला दूध मैं पी गया!

मज़ेदार चुटकुले

टीचर: यह किसके हस्ताक्षर हैं @@@@@@@@
पप्पू: यह मेरे पिताजी के हस्ताक्षर हैं!
टीचर: ऐसे कैसे!
पप्पू: वो जलेबी बनाते हैं हाथ ऐसे हो चलते हैं!

मज़ेदार चुटकुले

गणित का टीचर: जब मैं तुम्हारे जितना था तो मेरे गणित में 100 अंक आते थे!
पप्पू: आते होंगे सर! आपको ज़रूर कोई अच्छा टीचर पढ़ाता होगा!

मज़ेदार चुटकुले

संता: आज के टैस्ट में पप्पू तुम्हारे कितने नम्बर आये हैं?
पप्पू: भईया से 20 नम्बर कम!
संता: भईया के कितने नम्बर आये हैं?
पप्पू: जी 20!

मज़ेदार चुटकुले

पप्पू अपनी मम्मी से मार खा कर घर के बाहर बैठा हुआ था!
संता: बेटा क्या हुआ?
पप्पू: आपकी पत्नी के साथ अब मेरी नहीं निभेगी!

Sunday, July 3, 2011

मज़ेदार चुटकुले

पप्पू अपनी मम्मी से मार खा कर घर के बाहर बैठा हुआ था!
संता: बेटा क्या हुआ?
पप्पू: आपकी पत्नी के साथ अब मेरी नहीं निभेगी!

प्रेम

प्रेमी प्रेमिका से: डार्लिंग मुझे तुम्हारी आँखों में सारी दुनिया दिखाई देती है!
पीछे से एक बूढा बोला: हमारी गाय नहीं मिल रही! दिखे तो बताना!

प्रेम

प्यार` `दिल` में होना चाहिये, `लफ़्ज़ों` में नहीं और `नाराज़गी` `लफ़्ज़ों` में होनी चाहिये, `दिल` में नहीं!

Saturday, July 2, 2011

प्रेम

प्रेमिका: मेरी आँख में कुछ गिरा है! देखना जरा!
प्रेमी (आँख में देख कर): एक तिनका है! क्यों न इसे आँख में ही रहने दिया जाये? मैं अगर तुम्हारी आँखों में डूबने लगूंगा तो मुझे सहारा तो मिल जायेगा!

प्रेम

प्रेमी: तुम शादी के बाद अपने लिये नया घर तो नहीं मांगोगी?
प्रेमिका: नहीं मैं ऐसी लड़की नहीं हूँ तुम अपनी माँ को अलग घर दिला देना!

प्रेम

प्रेमिका: कुछ ऐसा कहो न जिससे मेरी दिल की धड़कन तेज हो जाये, मेरा दिल जोर- जोर से धड़के, मुझे कुछ कुछ हो!
प्रेमी: भाग तेरा भाई आ रहा है!

प्रेम

प्रेमिका: क्या तुम मुझसे प्यार करते हो?
प्रेमी: हाँ!
प्रेमिका: लेकिन तुम्हें तो मेरी कोई प्रवाह ही नहीं है!
प्रेमी: प्यार करने वाले किसी की प्रवाह नहीं करते!

प्रेम

प्रेमी: जल्दी से मेरी आँखों में देखो तुम्हें क्या दिखता है?
प्रेमिका: सच्चा प्यार!
प्रेमी: ओये सच्चे प्यार वाली मेरी आँख में कुछ गिरा है जल्दी से निकाल!