Total Pageviews

Tuesday, July 5, 2011

शायरी

कितना बेबस है इंसान, किस्मत केआगे!
हर सपना टूट जाता है हकीकत के आगे!
जिसने कभी हाथ न फेलाया हो,
वो भी हाथ फेलता है गोलगप्पे वाले` के आगे!

No comments:

Post a Comment